लता मंगेश्कर का जीवन परिचय –
दोस्तो आज लता मंगेश्कर जी हमारे बीच नही रही उन्होंने आज 6 फरबरी 2022 को आखिरी सांस ली। स्वर कोकिला लता मंगेश्कर को पूरी दुनिया जानती है क्योंकि उनके कंठ में मा सरस्वती जो बिराजमान हैं। लता मंगेश्कर जी का नाम भारत मे नही नही बल्कि पर विश्व मे प्रसिद्ध है। उन्हें बहुत सारे अवार्ड से सम्मानित किया गया है जैसे भारत रत्न, पद्म भूषण, दादा साहब फाल्के पुरस्कार, पद्म विभूषण इत्यादि के अलाबा और भी कई पुरस्कार मिली हैं।
आजकल सभी नए सिंगर्स उन्हें भगवान की तरह पूजा करते हैं और वह इसके लायक भी हैं। दोस्तों उन्होंने हजारों गीत और भजन गायें हैं जिसे लोग बहुत ज्यादा पसंद करते हैं। लाता जी तो हमारे बीच नही रही लेकिन वो हमेशा अमर रहेंगी। अब हम उनके जीवन पर एक नजर डालते हैं।
नाम | लता मंगेसकर |
घरेलू नाम | हेमा मंगेसकर |
जन्म | 28 सितंबर 1929 |
स्वर्गवास | 06 फरबरी 2022 |
उम्र | 93 वर्ष |
माता का नाम | शेवन्ति मंगेसकर |
पिता का नाम | दीनानाथ मंगेसकर |
भाई का नाम | हृदयनाथ मंगेसकर |
बहन का नाम | आशा भोसले, मीना, उषा मंगेसकर |
पति का नाम | अविवाहित |
धर्म | हिन्दू |
व्यवसाय | गायक |
उपनाम | स्वर कोकिला |
NET WORTH | 112 करोड़ |
जन्म स्थान | इंदौर |
लता मंगेश्कर के जीवन की शुरुआत
स्वर कोकिला लता मंगेश्कर का जन्म 28 सितंबर 1929 को हुआ था। इनका जन्म मध्य प्रदेश के इंदौर में हुआ था। इनके बचपन का नाम हेमा था। लाता मंगेसकर जी मराठा परिवार से ताल्लुक रखती थी। लता मंगेश्कर जी के पिता भी एक संगीतज्ञ थे जिनका नाम दीनानाथ मंगेसकर था। लता जी की मां गुजराती परिवार से थी जो इनके पिता की दूसरी पत्नी थी। इनके पिता की पहलीं पत्नी का निधन हो गया था जिनका नाम नर्मदा था फिर इनके पिता ने नर्मदा जी की बहन यानी शेवन्ति मंगेसकर से विवाह कर कर लिया।
जब लता मंगेश्कर मात्र 13 साल की थी तभी इनके पिता का देहांत हो गया था। जिससे अपने भाई बहनों में सबसे बड़ी होने के कारण मा के बाद सबसे ज्यादा बोझ इन्ही के ऊपर आ गया था।
लता मंगेश्कर के परिवार
लता मंगेसकर जी के परिवार में माता पिता के अलावा एक भाई और तीन बहने थी। लता मंगेसकर जी उम्र में सभी भी बहनो में सबसे बड़ी थी। इनकी बहनो का नाम मीना, आशा भोशले, उषा मंगेसकर थी। इनके भी का नाम हृदयनाथ मंगेसकर है। इनके सभी बहन भी संगीत की दुनिया से ही ताल्लुक रखते हैं। लेकिन लता मंगेश्कर जी अपने सुरीली आवाज के कारण सबसे प्रसिद्ध हुई। लता मंगेश्कर जी पर बहुत ज्यादा बोझ होने के कारण इन्होंने विवाह भी नही किया।
लता मंगेसकर जी की शिक्षा
इनकी शिक्षा की बात करें तो इन्होंने अपने जीवन मे मात्र एक दिन के लिए ही स्कूल गयी थी। दरअसल हुआ यह था कि लता मंगेश्कर जी अपनी बहन को बहुत मानते थे और जब वो पहले दिन स्कूल गयी थी तो अपनी बहन को भी साथ मे लेकर गयी थी लें उनके स्कूल में उनकी बहन को बैठने नही दिया गया। उसी दिन से लता जी ने स्कूल छोड़ दिया और फिर कभी स्कूल नही गयी लेकिन फिर भी इन्हें सरकार की तरफ से कई डिग्री प्रदान की गई है।
लता मंगेसकर जी के करियर की शुरुआत
दोस्तो लता जी बचपन से ही संगीत में बहुत रुचि रखती थी। उन्होंने 5 साल की उम्र में ही गाना शुरू कर दिया था। जब वह छोटी थी तो अपने माँ को गाकर सुनाया करती थी।
लता जी ने संगीत की दुनिया मे कदम रखने से पहले एक्टिंग की दुनिया मे भी कदम रखी थी क्योंकि पिता के जाने के बाद सारा बोझ लता जी के कंधों पर था और उनके पास कोई रास्ता भी नही था। लता जी के परिवार से नवयुग मूवी कंपनी के मालिक से बहुत अच्छे रिश्ते थे और उन्होंने लता जी को गाते हुए देखा था। इहोने लता जी की मदद की और करियर शुरू करने में काफी मदद की। लता जी ने कुछ मराठी फिल्मों में काम भी किया जैसे मंगला गौर 1942 में, माझे बाल 1943 में, गजभाऊ 1944 में, बड़ी मां 1945 में और जीवन यात्रा 1946 में इत्यादि फिल्मो में छोटे छोटे रोल किया था।
लता मंगेसकर जी के संगीत की शुरुआत
लता जी ने पहलीं बार 1942 में गाया था। इनकी पहलीं संगीत एक मराठी फिल्म कीती हसल के लिए था जिसके लिए इन्हें 25 रुपये मिला था मगर फ़िल्म के डायरेक्टर को यह गाना पसंद नही आया और उन्होंने इसे फ़िल्म से हटा दिया था।
एक बार लता जी की मुलाकात हैदर से हुई जिनको लता जी की आवाज बहुत पसंद थी। फिर हैदर ने एम मुखर्जी जी से इनके बारे में बात की लेकिन उन्हें
इन्हें पहलीं बार संगीत की दुनिया मे पहचान 1949 में फ़िल्म महल का एक गाना आएगा आनेवाला से मिली थी। इस गाने की बहुत सराहना की गई और उन्हें एक पहचान बनाने का मौका मिला। इसके बाद साल 1947 में इन्हें गाने का मौका मिला जो एक फ़िल्म आपकी सेवा में का एक गाना था। यह गाना भी खूब प्रसिद्ध हुआ और लोगो मे खूब पसंद किया। उसके बाद यह सिलसिला चलता रहा और फिर 1949 में एक गाना गाया जो फिल्म महल के लिए था। यह गाना सुपरहिट हो गयी थी। लता जी ने अब तक लगभग 35 भाषाओ में 30 हजार से भी ज्यादा गाने गाए है जो प्रसिद्घ हैं।
जब लता जी करियर बना रही तभी इनका इनके बहन आशा जी से लड़ाई हो गयी थी दरअसल यह इसलिए हुआ था कि इनकी बहन आशा जी प्रेम विवाह करना चाहती थी और इसके लिए उन्होंने अपने परिवार से ही लड़ाई कर ली। जिनसे आशा जी विवाह करना चाहती थी उनका नाम गणपत राव भोशले था। लता जी को इस बात से बहुत दुख पहुंच और दोनो बहनो में बातचीत बन्द हो गयी। लेकिन अंत मे आशा जी ने विवाह कर लिया।
एक बार लता जी की मोहम्मद रफी जी से भी बहस हो गयी थी दरअसल हुआ यह था कि लता जी अपने गानों के लिए रॉयल्टी चाहती थी और मोहम्मद रफी जी ने उन्हें मना कर दिया वो इसलिए कि जिन गानो के लिए लता जी रॉयल्टी चाहती थी उसकी पेमेंट हो चुकी थी त रफी जी ने मना कर दिया और दोनो में कुछ वर्षों तक बातचीत बन्द हो गया।
लता जी के शादी नही करने का कारण
जैसा कि आपको पता है कि जब वो 13 साल की थी तो इनके पिता का देहांत हो गया था और सारी जिम्मेदारी लता जी पर आ गयी थी क्योंकि यह सबसे बड़ी थी। तभी इन्होंने फैसला कर लिया कि मैं अब शादी नही करूँगी क्योंकि उनके भाई बहनों की जिम्मेदारी उनपर ही थी।
लता जी को मिले कुछ अवार्ड्स
लता जी ने संगीत की शुरुआत करने के बाद पीछे मुड़कर नही देखा और बहुत सारे सुपरहिट गाने गाए जो आज भी लोगो के ओठो पर रहता है। इसके लिए लता जी को कुछ अवार्ड्स भी मिले है।
अवार्ड | वर्ष |
भारत रत्न | 2001 |
आइफा लाइफटाइम अचिवमेंट अवार्ड | 2000 |
पदम् भूषण | 1969 |
पद्म बिभूषन | 1999 |
दादा साहब फाल्के अवार्ड | 1989 |
नेशनल फ़िल्म अवार्ड | 1972 |
महाराष्ट्र रत्न | 2001 |
महाराष्ट्र भूषण | 1997 |
फ़िल्मफ़ेअर पुरस्कार | 1959, 1963, 1966, 1970, 1993, 1994, 2004 |
लता जी के जीवन का अंत
लता जी को 08 जनबरी 2022 को कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसके बाद वो निमोनिया की शिकार हो गयी। 5 फरबरी को उनकी तबियत ज्यादा खराब हो गयी थी। फिर 06 फरबरी 2022 को वो दुखद समाचार मिला जिसे सुनकर किसी को भी विश्वास नही हुआ। लेकिन लता जी ने लगभग 92 साल की उम्र में 06 फरवरी को आखिरी सांस ली और संगीत की दुनिया एक महान व्यक्तित्व का अंत हो गया।
दोस्तो आज हमने आपको लता जी के बारे में आपको संक्षिप्त जानकारी दी है आशा करता हूँ कि आपको यह पोस्ट अच्छा लगा होगा धन्यवाद। और ज्यादा जाने
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